आप सभी ने आज तक बहोत से ऐसे लोगों के बारे में जाना होगा या सुना होगा जिन्हे अपने समय में दुनिया का सबसे अमीर इंसान होने का खिताब हासिल है |
लेकिन क्या आपने कभी मनसा मूसा का नाम सुना है ?
अगर आप ने इससे पहले मनसा मूसा का नाम नहीं सुना तो कोई बात नही | आज की ये पोस्ट आप ही एक लिए है |
मनसा मूसा अफ्रीकी देश माली का सुल्तान हुआ करता था
इनका असल नाम मूसा किटा प्रथम है |
तख्त पर बैठने के बाद उन्हें मनसा नाम से जाना गया |
मनसा का मतलब होता है राजा, बादशाह, सुल्तान,
आज इन्हे दुनिया मनसा मूसा के नाम से ही जानती है |
मनसा मूसा की सल्तनत आज के मॉरिटानिया, सेनेगल, गांबिया, गिनिया, बुर्किना फासो, माली, नाइजर, छड़, और नाइजीरिया तक फैली हुई थी |
मनसा मूसा की दौलत का सही अंदाज़ा लगाना आज के समय मुश्किल है, फिर भी इतिहासकारों के अंदाजे के मुताबिक उनके पास आज के समय के हिसाब से करीब 4 लाख मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर दौलत थी |
अगर इसे भारतीय रुपयों में देखा जाए तो ये होते है ढाई लाख करोड़ रूपये |
साल 2018 में अमेजॉन कम्पनी के संस्थापक जैफ बेज़ोस को दुनिया का सबसे अमीर इंसान होने का खिताब हासिल हुआ है , जैफ बेज़ोस के पास करीब 1लाख 6 हज़ार मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर संपत्ति है फिर जैफ बेज़ोस की दौलत मनसा मूसा की दौलत के सामने कुछ भी नही है |
इसके बाद जॉन डी रॉकफेलर के पास 3 लाख 40 हज़ार मिलियन अमेरिकी डॉलर और रोथसचाइल्ड फैमिली के पास 3 लाख 50 हज़ार मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर संपत्ति होने के बावजूद भी यह सब मनसा मूसा की दौलत की बराबरी नहीं कर सकते |
हज यात्रा पर निकले मनसा मूसा के कारवां में 80 ऊंटों का जत्था भी शामिल था, और हर ऊंट पर 136 किलो सोना लदा हुआ था |
काफिले में शामिल सभी लोग जिनमे चाहे मनसा मूसा के करीबी लोग हों या गुलाम सभी ने रेशम के कीमती कपड़े पहने हुए थे |
मनसा मूसा जितने ज़्यादा दौलतमंद थे उससे भी ज्यादा वो दयालु और रहम दिल भी थे |
मक्का शहर की तरफ रवाना यह काफिला जब मिस्र की राजधानी काहिरा से गुज़र रहा था तब मनसा मूसा ने वहां के गरीबों में इतना सोना बांट दिया जिससे वो गरीब लोग पल भर में मालदार बन गए |
मनसा मूसा ने काहिरा की सड़कों पर खड़े गरीब लोगों पर सोने के सिक्कों की बौछार करदी थी |
यूरोपियन लोगों को इन बातों पर यकीन नहीं हो रहा था,
यह सब जानने के लिए यूरोपियन खुद आकर देखना चाहते थे की क्या सच में कोई इतना मालदार और दानवीर हो सकता है | खुद आकर देखने पर यूरोपियन लोगों की आंखें फटी की फटी रह गईं | जिसके बाद यूरोप में भी मनसा मूसा की अमीरी का डंका बजने लगा |
मनसा मूसा की दौलत की पुष्टि हो जाने के बाद कैटलन एटलस में माली सल्तनत और इसके सुल्तान का नाम शामिल किया गया |
14वीं सदी के कैटलन एटलस में उन सभी जगहों के बारे में बताया गया है जो यूरोपियन लोगों को मालूम थीं |
कैटलन एटलस में मनसा मूसा का साम्राज्य दिखाया गया है इसी के साथ मनसा मूसा यूरोपियन नक्शे में अमर हो गए |
हज यात्रा से वापस आते समय मनसा मूसा ने मिस्र में कई सारी मस्जिदें तामीर करवाई थी, साथ ही यूनिवर्सिटी ऑफ टिंबकटू भी बनवाया था |
अब आप सभी के दिमाग में यह सवाल तो आ ही रहा होगा की आखिर मनसा मूसा के पास इतनी दौलत आई कहां से ? तो इसका जवाब यह है की उनके पास उस समय की बहोत बड़ी फौज थी, जिसमे करीब 2 लाख सिपाही थे | इन में 40 हज़ार तो तीरंदाज़ थे |
फिर भी मनसा मूसा ने किसी और साम्राज्य पर कभी हमला नही किया और न ही ये दौलत किसी से लूट कर हासिल की गई थी |
यह सारी दौलत कमाई गई थी नमक और सोने के कारोबार से, उनके पास नमक और सोने का बहोत बड़ा भंडार था जिसके कारोबार से वो इतिहास से लेकर आज तक दुनिया के सबसे अमीर इंसान बने रहे |
मनसा मूसा ने 25 वर्षों तक शासन किया था, मनसा मूसा की मौत के बाद उनके कारोबार को अगली पीढ़ियां संभाल नहीं सकीं, ऐसा माना जाता है की , उस दौर में लंबे गृहयुद्ध और विदेशी फौजों के आक्रमण ने उनके बाद उनके कारोबार की कमर तोड़ दी थी |
उम्मीद करता हूं जानकारी आपको पसंद आई होगी
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