जैसा की हम सभी जानते हैं हर इंसान को एक न एक दिन मरना है,
हर मरने वाले को उसके धर्म की रीती रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाता है,
लेकिन क्या हो जब लोग किसी मरे हुए इंसान का अंतिम संस्कार कर रहे हो तभी वह ज़िंदा हो जाये ?
आज मैं अप लोगों को कुछ ऐसे ही लोगों के बारे में बताने वाला हूँ
जिन्हे लोग मरा हुआ समझ कर दफ़न करने ले गए तभी मरा हुआ इंसान ज़िंदा हो गया,
No 1) सबसे पहले जानते हैं रूस में मौजूद कज़ान शहर का है
साल 2011 में 49 साल की एक महिला जिनका नाम "फ़िज़ाइलो मुखामेटज़्यानोव" (Fagilyu Mukhametzyanov ) हैं
उनको सीने में बहोत ज़्यादा दर्द होने लगा, उनके पति उन्हे तुरंत हॉस्पिटल लेकर चले गए,
हॉस्पिटल पहुंचते ही फ़िज़ाइलो की आँखें बदन हो गई,
जब डॉक्टर ने देखा तो फ़िज़ाइलो कोई भी हरकत नहीं कर रही थी,
इसलिए डॉक्टर ने उनके पति से कहा की हार्ट अटैक की वजह से इनकी मौत हो चुकी है,
पति ने तुरंत अपने सभी दोस्त और रिश्तेदारों को यह दुखद खबर पहुंचा दी और पतनी की लाश को घर ले कर आ गए,
जिसके बाद सभी लोग मिलकर इनके अंतिम संस्कार का बंदोबस्त करने लगे,
लेकिन अब वह होने वाला था जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था,
इन्हे दफ़न करने के लिए कबर खोद दी गई थी, सभी रिश्तेदार इन्हे एक ताबूत में लिटा कर कब्रिस्तान ले आये,
जैसे ही इनके शरीर को ताबूत के साथ कब्र में उतरा जाना था तभी इन्होने अपनी आँखे खोल दी और उठ कर बैठ गईं,
वहां मौजूद सभी लोग बहोत दर गए, और कुछ कदम पीछे हट गए,
उठने के बाद जब इसने खुद को एक कब्रिस्तान में देखा और इन्हे समझ में आ गया की लोग ज़िंदा ही दफ़नाने लाये हैं
तो इस बार इन्हे सच में हार्ट अटैक आ गया और कुछ ही मिनटों में इनकी मौत हो गई,
इस घटना पर रूस से लेकर पूरी दुनिया में खबर चलाई गई थी,
No 2) अब बात करते हैं साल 2017 में ब्राज़ील की घटना के बारे में
साल 2017 में रोज़ा नाम की एक महिला को निमोनिया हो गया था,
जब इन्हे हॉस्पिटल लेकर जाया गया तो डॉक्टर ने इन्हे मरा हुआ साबित कर दिया,
इन्हे एक प्लास्टिक के बैग में पैक कर दिया गया, जिसके बाद इन्हे हॉस्पिटल में मौजूद मुर्दा खाने में रख दिया गया,
जब इनकी बेटी हॉस्पिटल पहुंची तो मुर्दा खाने में राखी इसकी माँ की लाश दिखाई गई,
बेटी अपनी माँ की लाश से लिपट कर रोने लगी तभी बेटी को यह अहसास हुआ की इसकी माँ अभी भी सांस ले रही है,
यानी इसकी माँ रोज़ा अभी ज़िंदा थीं, तभी इनकी बेटी ने हॉस्पिटल में शोर मचाना शुरू कर दिया,
मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने तुरंत इन्हे मुर्दा खाने से बाहेर निकला और अपनी गलती स्वीकार कर ली,
जिसके बाद रोज़ा को दवाइयां देकर घर भेज दिया गया,
अगर सही समय पर बेरी वहां न पहुंचती तो हो सकता है कुछ समय बाद रोज़ा सच में मर जाती।
No 3) यह कहानी सबसे अजीब है
साल 2016 में नाइसी परेज़ नाक की एक लड़की को पैनिक अटैक आया था,
उसके घर वालों को लगा की इसके शरीर पर किसी भूत ने कब्ज़ा कर लिया है,
घर वालों ने किसी तांत्रिक को बुलाया पर यह लड़की ठीक नहीं हो सकी इसकी हालत और बिगड़ते चली गई,
तभी सबने फैसला किया की इसे हॉस्पिटल ले जाना चाहिए,
जब इसे होसितल में एडमिट किया गया तब डॉक्टर ने इसे मरा हुआ समझ कर घर वालों को इसकी मौत की खबर देदी,
घर वालों ने इसे एक ताबूत में बंद कर के दफ़न कर दिया, इस लड़की को शादी के कपडे पहना कर दफ़न किया गया था,
एक दिन के बाद जब घर वाले इस लड़की की कब्र पर गए तब उन सबके होश उड़ गए,
कब्र के अंदर से इस लड़की के चीखने चिल्लाने की आवाज़ें आ रही थी,
लड़की की आवाज़े सुन कर सभी ने तुरंत कब्र को खोदना शुरू कर दिया देखते ही देखते और लोग भी मदद करने के लिए पहुंच गए,
कब्र खोद कर ताबूत को बाहेर निकला गया,
नाइसी परेज़ को जब बाहेर निकला गया तब उसकी हालत बहोत ख़राब थी, असल में वह पहले मरी ही नहीं थी,
उसे फिर से हॉस्पिटल लेकर जाया गया जहाँ डॉक्टर ने बताया की पैनिक अटैक की वजह से इसका दिल कुछ समय के लिए धड़कना बंद हो गया था, शायद इसलिए डॉक्टर ने इसे मरा हुआ समझ लिया होगा, लेकिन सबसे तकलीफ की बात यह हुई की कुछ ही समय बाद नाइसी परेज़ की मौत हो गई,
No 4) साल 2014 में "वाल्टेर विल्लियम्स" (Walter Williams ) नाम के इस आदमी को रात के एक बजे मरा हुआ मान लिया गया था,
वाल्टेर विल्लियम्स उस समय हॉस्पिटल में भर्ती थे जहाँ पर हार्ट फेलियर की वजह इनकी मौत हो गई,
इनकी लाश को घर वालों के हवाले कर दिया गया, अगली सुबह सभी रिश्तेदार इनके घर पर मौजूद थे और इनके अंतिम संस्कार की तैयारियां कर रहे थे, तभी अचानक वहां मौजूद सभी लोगों के होश उड़ गे, वाल्टेर विल्लियम्स की लाश हिलने लगी थी, वाल्टेर विल्लियम्स के दोनों पैर ही रहे थे, असल में यह अभी भी ज़िंदा थे, इनके घर वाले इन्हे तुरंत दूसरे हॉस्पिटल लेकर चले गए जहाँ पर यह ठीक हो गए,
इनका पूरा परिवार और सभी रिश्तेदार बहोत खुश थे, लेकिन इनकी खुशियां ज़्यादा दिन नहीं रह सकी,
और दो हफ्ते बाद वाल्टेर विल्लियम्स की सच में मौत हो गई,
No 5) अब आखिर में जानते है ज़िम्बाब्वे में रहने वाले की एक लड़के की कहानी
इस लड़के का नाम ब्राइटन था, इसकी उम्र 34 साल की थी,
काफी सालों से यह लड़का बीमार रहता था, काफी सालो से बीमार इस लड़के की साल 2013 में मौत हो गई,
लेकिन क्या यह सच में मर चूका था ? यह लड़का मरा नहीं था बल्कि अभी भी ज़िंदा था लेकिन यह बात कोई नहीं जानता था,
जब इस लड़के को दफ़न करने की तैयारी चल रही थी, इसके सभी रिश्तेदार और दोस्त वहां पर मौजूद थे, और इनमे इसकी ऑफिस में काम करने वाले साथी और बॉस भी इसे अंतिम बार देखने आये थे, जिस ऑफिस में यह लड़का काम करता था वहां का मैनेजर इस लड़के को आखरी बार देखने इसके ताबूत के पास आया तभी उसे यह अहसा हुआ की ब्राइटन ताबूत के अंदर हिल रहा है,
इसने जैसे ही सब को इस बारे में बताया तो सभी ने तुरंत ताबूत खोला और ब्राइटन को हिलता हुआ देख कुछ लोग दर से यहाँ वहां भागने लगे,
लेकिन समय रहते घर वालों ने इसे जल्दी से नज़दीकी अस्पताल ले गए, जहाँ पता चला की यह लड़का मरा ही नहीं था,
इसका फिर से इलाज शुरू हुआ और यह लड़का ठीक हो कर घर वापस आ गया,
अप को इनमे से सबसे ज़्यादा डरावना या सबसे अजीब घटना कौनसी लगी कमेंट करके ज़रूर बताना
अगर अप को इसका Part 2 चाहिए तो कमेंट में Part 2 लिखिए
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