बच्चों के खेलने के लिए कई तरह के खिलोने बनाये जाते हैं ताकि बच्चे उन खिलौनों से खेल कर खुश हो सकें और समय बिता सकें, लेकिन दुनिया में कई बार ऐसे खिलोने बनाये जा चुके हैं जिनसे बच्चों को बहोत बड़ा खतरा होता था,
बच्चों को हर तरह के खतरों से बचने के लिए उन खिलोनो पर पाबंदियां लगा दी गई,
आज मैं ऐसे ही कुछ खिलौनों के बारे में बताने वाला हूँ जिन खिलौनों से खेलते समय बच्चे बुरी तरह से घायल हो जाते थें, या यूँ कह लें की खेलते समय बच्चों की जान को खतरा होता था,
दिखने में तो यह बहोत ही मामूली सी और प्यारी सी गुड़िया लगती है,
इस खिलोने से खेलने वाले बच्चो को यह बहोत पसंद भी थी, असल में इस गुड़िया के निचे एक व्हील लगी होती थी जिसके साथ एक पट्टी होती थी, जब बच्चे इस गुड़िया की व्हील में लगी पट्टी को खींचते थे तब यह गुड़िया बड़ी तेज़ी से ऊपर की तरफ उड़ती थी, इस गुड़िया में लगे हुए पर उड़ते समय खुल जाते थे, जिनकी मदद से यह गुड़िया काफी दूर तक उड़ते हुए जाती थी, लेकिन साल 2000 में इस गुड़िया को अमेरिका में पूरी तरह बैन कर दिया गया, दरअसल जब बच्चे इस गुड़िया से खेलने के लिए व्हील में लगी पट्टी को खींचते थे तभी यह गुड़िया बहोत तेज़ रफ़्तार से उड़ कर सीधा बच्चों के मुंह पर लग जाती थी, करीब 150 बच्चे इस गुड़िया से बहोत बुरी तरह घायल हो गए थे, घायल होने वाले बच्चों में ज़्यादातर ऐसे केस थे जिनमे यह गुड़िया सीधे बच्चों की आँखों में जाकर लगी जिसकी वजह से कई बच्चों को अपनी आँख गावनि पड़ी,
साल 2000 में अमेरिका के सभी दुकानों से इस गुड़िया को निकल दिया गया, ताकि आगे ऐसी और कोई घटना न हो सके। लेकिन ऐसी गुड़िया आज भी दुनिया के दूसरे देशों में किसी और नाम से बेचीं जा रही है,
साल 1950 में बनाये गए इस खिलोने का नाम "ऑस्टिन मैजिक पिस्तौल" है यह खिलोनल बिलकुल एक गन की तरह है इस के अंदर पिंग पांग नाम के एक छोटे से बॉल को डाला जाता था, जो गोली की तरह काम करता था, अब आप सोच रहे होंगे की यह तो आम सा खिलौना है इसमें खतरनाक क्या था तो मैं आप को बताना चाहता हु इस खिलोने के अंदर कैल्शियम कार्बाइड नाम का एक केमिकल भी होता था, इस केमिकल में अगर पानी की एक बून्द भी गिर जाए तो इसमें आग लगने का खतरा बन जाता है, इसी वजह से इस गन को चलते समय चिंगारी भी निकलती थी, इस गन में इतनी ताकत थी की किसी भी इंसान को इससे मार कर बेहोश किया जा सकता था, अगर इससे किसी छोटे बच्चे या जानवर को मारा जाता तो उसकी मौत भी हो सकती थी, कई बार इस गन में पानी जाने की वजह से बच्चों के हाथ में ही आग लग गई थी जिसकी वजह से बच्चे बुरी तरह घायल हो गए थे,
यह भी बाकि खिलोनो की तरह मामूली सा खिलौना था, असल में यह पजल जैसा था, इसके पैकेट के अंदर छोटी छोटी मोतियों की तरह रंग बिरंगी बीन्स होते थे, बच्चे इन सभी बीन्स को एक ट्रे पर रख कर कई तरह की चीज़ें बनाते थे जैसे की, घर, हाथी, कार, या अपना पसंदीदा कोई कार्टून, बीन्स को मिलकर एक शेप देने के बाद इस पर पानी का स्प्रे किया जाता था जिससे ये सभी बीन्स आपस में चिपक जाती थी,
यह खिलौना बच्चों की पहली पसंद हो गया था हर बच्चा इससे खेलना चाहता था, इसी के साथ इस खिलोने को बहोत से अवार्ड भी मिले थे क्यों की इस खिलोने से खेल कर बच्चों के सोचने की शक्ति बढ़ रही थी, जिससे बच्चों का दिमाग और तेज़ हो रहा था, इन सब के बावजूद इस खिलोने को साल 2007 में बैन कर दिया गया था, अब आप सोच रहे होंगे ऐसा क्यों ? इस की असल वजह थी इस खिलोने के बीन्स में मौजूद G.H.B Accid अगर कोई भी बच्चा गलती से भी बीन्स को अपने मुंह में डालता तो यह बीन्स नमी की वजह से उसके गले में चिपक जाती थी, कई बच्चे गलती से इस की बीन्स को अपने मुंह में दाल लिए जिसकी वजह से वह काफी बीमार हो गए, गले में फंसने की वजह से बच्चों की सांसे तक रुक जाती थी, एक बच्चा तो कोमा में भी चला गया था, 2007 में इस तरह के कुल 40 लाख खिलोनो को मार्किट से पूरी तरह हटा दिया गया था,
यह डॉल भी दिखने में बिलकुल मामूली सी डॉल थी, लेकिन इसमें सबसे अलग बात यह थी की इसके मुंह में दांत थे और इस डॉल के साथ प्लास्टिक का खाना भी मिलता था, जब भी प्लास्टिक के खाने को इसके मुंह में रखा जाता था यह बिलकुल इंसानो की तरह उसे चबाने लग जाती थी, यह अजीबो गरीब डॉल साल 1995 में मार्किट में आई थी,
देखते ही देखते यह डॉल बहोत ज़्यादा पसंद की जाने लगी, हर कोई इसे खरीद कर अपने घर लाने लगा,
लेकिन इस डॉल का एक बहोत बड़ा मसला था, असल में जब भी इसके मुंह में कोई चीज़ रखी जाती थी इसके दांत खुद से हिलने लगते थे और वह तभी रुकते थे जब तक वह चीज़ इसके मुंह के ज़रिए इसके पेट में न चली जाए, इसके दांत काफी तेज़ थे जिसे, और बहोत तेज़ी से चलने लगते थे, कई बार छोटे बच्चे गलती से अपनी उँगलियाँ इस डॉल के मुंह में दाल देते थे और यह डॉल बच्चों की उँगलियों को ही चबाना शुरू कर देती थी, अगर गलती से किसी बच्चे के बाल इसके मुंह तक चले जाते तो यह बच्चो के बालों को भी चबाना शुरू कर देती थी,
इसी वजह से कई सारे बच्चे बुरी तरह से घायल भी हो गए थे, कुछ ही दिनों में इस डॉल को देख कर ही लोगों को डर लगने लगा था,
इसी लिए 1997 में इस डॉल को पूरी तरह से बैन कर दिया गया, करीब इस तरह की 2 लाख इसनैकटाइम कैबेज पैच डॉल को दुकानों से हटा दिया गया और साथ ही जिन 5 लाख लोगों ने इस डॉल को ख़रीदा था सभी को कहा गया की आप इस डॉल को वापस करके अपने पैसे लेलें।
इस खिलोने को साल 1960 में बनाया गया था, यह बिलकुल ही सादा सा खिलौना था जिसमे एक तार के साथ दो बॉल बंधी होती थीं, यह बॉल लकड़ी या किसी मैटल की होती थी, बच्चे इस खिलोने को बहोत पसंद करते थे, इसे खेलना बिलकुल ही आसान था, इस खिलोने में लगी तार को हिला कर दोनों बॉल्स को आपस में टकराना होता था, देखते ही देखते करोड़ों लोगों ने इसे खरीद लिया, उस समय लोग आपस में इस खिलोने को खेलने का कॉमपीडिशन भी करते थे, इस खिलोने से खेलना जितना आसान था उससे ज़्यादा खतरनाक था इस खिलोने का टूट जाना, असल में खेलते समय इस की बॉल फट जाया करती थी जिसमे मौजूद प्लास्टिक के छोटो छोटे पार्ट्स लोगों को बहोत बुरी तरह घायल करते थे, इस खिलोने की वजह से कई लोगों को अपनी आँखे गंवानी पद गई थी, इसी वजह से इस खिलोने को 1976 में इसे पूरी तरह से बैन कर दिया गया था, लेकिन आज भी यह खिलौना मार्किट में दूसरे नामो से मौजूद है पर आज के समय इसे बनाने में काफी सेफ्टी का ख्याल रखा जाता है।
इस खिलोने को इतिहास का सबसे खतरनाक खिलौना माना जाता है, साल 1950 में बनने वाला यह खिलौना बच्चो को विज्ञानं (Science) सिखाने के नाम पर बनाया गया था, लेकिन यह विज्ञानं एटम बम की थी, यह खिलौना एक रेडियो एक्टिव टॉय था, इस खिलोने के अंदर यूरेनियम भी मौजूद था जो इंसान के लिए वैसे भी बहोत ज़्यादा खतरनाक है, यह खिलौना अक्सर बच्चो को तोहफे में दिया जाता था ताकि बच्चे इसकी मदद से विज्ञानं को समझ सकें, इसी लिए इस खिलोने का नाम एटॉमिक लैब रखा गया था, इस खिलोने में यूरेनियम के साथ और भी खतरनाक चीज़ें होती थी, इस खिलोने को एक ब्रीफ केस में रखा जाता था, इस के साथ एक मैन्युअल बुक भी दी जाती थी ताकि इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सके, उस दौर में इस खिलोने की कीमत 50 अमेरिकी डॉलर थी जो की उस समय काफी महंगी होती थी, अच्छी बात यह थी की ज़्यादा महँगा होने की वजह से इसे ज़्यादा लोगों ने नहीं ख़रीदा था, और मार्केट में आने के दो साल बाद ही इसे बैन कर दिया गया था, क्यों की इस खिलोने को खेलते समय बच्चे बहोत बुरी तरह बीमार पड़ जाते थे, इस खिलोने से खेलते हुए हर समय किसी बड़ी दुर्घटना का डर बना रहता था।
आपको इनमे से कौनसा खिलौना सबसे ज़्यादा खतरनाक लगा कमेंट करके ज़रूर बताना
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