आपने दुनिया भर की कई अजीब चीज़ों और जगहों के बारे में सुना ही होगा,
कई जगह तो इतनी भयानक और खतरनाक होती हैं जहा पर जाने के नाम से ही लोगों की हालत ख़राब हो जाती है।
लेकिन जब बात मंदिर, मस्जिद चर्च, गुरूद्वारे, की होतो लोगों को बिलकुल डर नहीं लगता, क्यों की किसी भी धर्मस्थल पर लोगों को जाने पर शान्ति मिलती है, और किसी भी तरह का कोई डर महसूस नहीं होत।
लेकिन आज मैं आप लोगों को दुनिया का सबसे डरावना और रहस्य्मय चर्च के बारे में बताने वाला हू।
इस चर्च को लोग "चर्च ऑफ़ बोन्स" के नाम से जानते हैं
इस चर्च की चर्चा पूरी दुनिया में होती रहती है,
क्यों की इस चर्च को बनाने में कुल 70000 नर कंकालों का इस्तेमाल किया गया है,
70000 नर कंकालों को इस चर्च को पूरी तरह से सजाया गया है,
देखने में यह बहोत ही डरावना है लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में लोग इस चर्च में आते हैं,
इस चर्च को चेक राज्य की राजधानी प्राग में बनाया गया है, इस अनोखे चर्च को देखने के लिए लोग दुनिया के कोने कोने से यहाँ आते हैं,
सबसे अजीब बात यह है की इस चर्च में लगे झूमर, और इसकी छत सब कुछ इंसानो के कंकालों से बनायीं गयी है,
इस अजीब और रहस्य्मय चर्च का निर्माण आज से 2004 साल पहले सन 1817 में कराया गया था,
इंसानो की हड्डियों से चर्च को सजाने की वजह
इंसानो की हड्ड़ियों से इस चर्च को सजाने के पीछे एक अजीब रहस्य बताया गया है,
कहा जाता है की साल 1278 में बोहीमिया के राजा जिनका नाम ऑटोकर दित्य था,
उन्होंने ने हेनरी नाम के एक संत को ईसाईयों की पवित्र कही जाने वाली ज़मीन यरूशलम भेजा।
यरूशलम को ईसा मसीह की कर्मभूमि भी कहा जाता है, यही वह जगह हैं जहाँ पर इसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था,
यरूशलम से वापस आते समाही संत हेनरी ने अपने साथ वहां की मिटटी से भरा एक जार भी लेकर आ।
जब इस मिटटी को एक कब्रिस्तान के ऊपर डाला गया तो यह कब्रिस्तान लोगों की सबसे पसंदीदा जगह बंद गयी,
इसी बीच 14वीं सदी में ब्लैक डेथ महामारी फ़ैल गई, इस महामारी की वजह से बड़ी तादाद में लोगों की जाने गयी, हर तरफ लाशें ही लाशें दिखाई देने लगी,
सबसे अजीब और परेशानी की बात यह थी की लोग अपने परिवार के मरे हुए लोगों को उसी कब्रिस्तान में दफ़न करना चाहते थे जिसमे संत हेनरी ने यरूशलम से लाई हुई मिटटी डाली थी,
इस वजह से उस कब्रिस्तान में जगह ही नहीं बची,
कोई भी कब्र खोदी जाती तो उसमे से बे हिसाब कंकाल निकल रहे थे जिसकी वजह से किसी नई बॉडी को दफ़न करने में बड़ी दिक्कत होने लगी,
इसी लिए उस कब्रिस्तान से से सभी कंकालों को निकल कर इस चर्च में सजा दिया गया, इसी के साथ यह चर्च पूरी दुनिया में जाना जाने लगा,
आज इस चर्च में पूरी दुनिया से लोग आते हैं, भले ही यह चर्च दिखने में डरावना हो पर यहाँ जा चुके लोगों का कहना है की वहां डर नहीं लगता।
आप इस चर्च के बारे में क्या सोचते हो कमेंट करके ज़रूर बताना
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