क्या होता है रासानिक हथियार इससे कितना और कैसे नुकसान होता है ?

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क्या होता है रासानिक हथियार इससे कितना और कैसे नुकसान होता है ?

रासायनिक हथियार जिसे हम केमिकल विपन के नाम से भी जानते हैं,
यह नाम सुनने में भले ही मामूली लगे, पर इसका हमला बहुत ही ख़तरनाक साबित होता है,
प्रथम विश्व युद्ध में भी कई बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ था, जिसकी वजह से बहुत ज़्यादा तबाही हुई थी और हजारों लोगों की जाने चली गई थी,
आज हम आप को ऐसे ही कुछ ख़तरनाक रासायनिक हथियारों के बारे में बताने वाले हैं

सबसे पहले जानते है क्या होता है रासानिक हथियार बौर इससे कितना और कैसे नुकसान होता है ?

जब किसी रसायन को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है तो उसे रासायनिक हथियार कहा जाता है,
इन हथियारों के इस्तेमाल को लेकर फ्रांस और अमेरिका जैसे देश भी घबराते हैं क्योंकि ये पल भर में ही हजारों-लाखों लोगों को मौत की नींद सुलाने के लिए काफी होते हैं,

यह हथियार कितने ख़तरनाक होते है ?
रासायनिक हमले की सबसे खतरनाक बात ये है कि इससे लोग घुट-घुट कर मरते हैं और ये हमला कब हो गया, आपको पता भी नहीं चलता. 
जब तक किसी को पता चलता है कि रासायनिक हमला हुआ है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और हजारों-लाखों लोग मौत के मुंह में समा चुके होते हैं. 

अब जानते है उन 5 रासायनिक हथियारों के बारे में जिन के हमले से हमेशा बचना चाहिए
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No 5 (chlorine) गैस

आमतौर पर सफाई करने, कीटनाशक बनाने, रबर बनाने या फिर पानी को साफ करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. 
वहीं दूसरी ओर, अगर क्लोरीन की बहुत अधिक मात्रा किसी के शरीर में चली जाए तो वह जानलेवा साबित हो सकती है. 
इस गैस का हमला सीधे फेफड़ों पर होता है, 
जिससे व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है, और इसका शिकार धीरे धीरे मौत के मुंह में समा जाता है

No 4 फॉस्जीन (Phosgene) गैस

यह गैस भी बेहद खतरनाक होती है, इसी गैस का इस्तेमाल प्रथम विश्व युद्ध में हुआ था. जैसे ही कोई शख्स इस गैस के संपर्क में आता है, उसकी सांस फूलने लगती है और फिर कफ बनने लगता है और नाक बहने लगती है. खैर, आपको बताते चलें कि इस गैस का इस्तेमाल प्लास्टिक और कुछ तरह के कीटनाशक बनाने में भी किया जाता है. इस गैस का मकसद भी किसी को जान से मारना नहीं होता है, लेकिन अधिक मात्रा में शरीर में जाने पर इसका खतरनाक परिणाम हो सकता है. प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी ने ब्रिटिश सेना पर करीब 88 टन फॉस्जीन गैस का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें लगभग 120 लोगों की मौत हो गई थी और 1069 लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे. प्रथम विश्व युद्ध में जितने भी लोगों की रासायनिक हथियारों से मौत हुई थी, उनमें से 80 फीसदी फॉस्जीन गैस की वजह से ही मरे थे.

No 3 मस्टर्ड (mustard) गैस

इस गैस का इस्तेमाल भी प्रथम विश्व युद्ध के दौरान किया गया था. इसे सल्फर मस्टर्ड [(Cl-CH2CH2)2S] भी कहते हैं. इसका असर काफी धीरे-धीरे होता है. मस्टर्ड गैस आंखों, श्वसन तंत्र, त्वचा और कोशिकाओं पर हमला करती है. पहली बार जब ये गैस शरीर पर लगती है तो ऐसा लगता है जैसे कि जल गया हो, लेकिन कुछ देर बाद ही इसकी वजह से बेहद तेज दर्द होने लगता है. इस गैस की वजह से इंसान अंधा भी हो सकता है. हालांकि, इस गैस से मौत नहीं होती है, लेकिन अगर बहुत अधिक मात्रा में यह किसी के शरीर में चली जाए तो उसकी मौत होना तय है
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भी जितने लोगों पर मस्टर्ड गैस का हमला किया गया था, 
उनमें से सिर्फ 5 फीसदी लोगों की ही मौत हुई थी,

No 2 सारीन (sarin) लिक्विड और गैस

यह VX जैसा होता है, लेकिन उससे थोड़ा कम खतरनाक होता है. ठीक VX की तरह ही सरीन भी व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है. इसकी एक बूंद भी अगर किसी पर पड़ जाए तो उसकी मौत हो जाती है. 1995 जापान के टोक्यो में एक सब-वे के अंदर सरीन की गैस से हमला किया गया था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 6000 लोग घायल और बीमार हो गए थे. एक व्यक्ति ने इस गैस से भरा बैग सब-वे के अंदर फाड़ दिया था, जिससे लोग इस गैस के संपर्क में आ गए थे

No 1 - VX के हथियार

यह एक ऐसा खतरनाक जहरीला रासायनिक मिश्रण होता है, जिससे चंद सेकेंडों में ही व्यक्ति की मौत हो जाती है. उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन के भाई किम जोंग नैम की हत्या इसी रसायन से की गई थी. 
यह सीधे इंसान के तंत्रिका तंत्र यानी nerve system पर हमला करता है. इसका महज 10 मिलीग्राम ही किसी व्यक्ति की जान लेने के लिए काफी हैं. इसका न कोई रंग होता है, न स्वाद होता है और न ही कोई गंध होती है. यह रसायन तंत्रिका तंत्र पर हमला करके सांसों को बंद कर देता है, जिससे दिल धड़कना बंद हो जाता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है. अगर किसी के शरीर पर इसके 10 मिलीग्राम डाल दिए जाएं तो यह उसके शरीर के अंदर घुस जाएगा और चंद सेंकेंड में ही व्यक्ति की मौत हो जाएगी

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