अन्धविश्वास की रोंगटे खड़ी करने वाली घटना, हर तरफ बिछी थी लाशें, मरने वालों में 300 बच्चे भी थे शामिल

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अन्धविश्वास की रोंगटे खड़ी करने वाली घटना, हर तरफ बिछी थी लाशें, मरने वालों में 300 बच्चे भी थे शामिल

अन्धविश्वास की रोंगटे खड़ी करने वाली घटना, हर तरफ बिछी थी लाशें, मरने वालों में 300 बच्चे भी थे शामिल

हमे आज तक ऐसा ही लगता है की अन्धविश्वास सिर्फ भारत, पाकिस्तान, और हमारे बाकि पड़ोसी देशों में ही देखने को मिलता है, पर सच्चाई यह है की खुद को विज्ञानं जगत में सबसे ऊपर मानने वाले देश भी अन्धविश्वास के चंगुल में फंसे हुए हैं, बिल्ली का रास्ता काटना, या किसी के छींकने पर रुक जाना, यह सब तो बहोत मामूली अन्धविश्वास हैं, आज मै आप लोगों को एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ, दुनिया का सुपर पावर कहे जाने वाले देश अमेरिका में फैले अन्धविश्वाश के बारे में, जिसकी वजह से 900 से ज़्यादा लोग मारे गए थे। 


यह घटना है अमेरिका के गुयाना में बसे जॉन्स टाउन की


18 नवंबर 1978 में घाटी इस घटना ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था, 

इस घटना के पीछे जिम जॉन्स नाम के एक पाखंडी का हाथ था, 

जो खुद को बहोत बड़ा धर्मगुरु  बताता था, वह खुद को (God ) भगवन का अवतार बताता था, 

उसने भोले भले लोगों को अपनी तरफ खींचने के लिए गरीब और मजबूर लोगों की खूब मदद किया, 

जिसके लिए (Peoples Temple) यानी लोगों का मंदिर नाम का साल 1956 में  एक चर्च भी बनवाया,  

इसके बाद अपनी धार्मिक बातों से लोगों को अपने अन्धविश्वास के जाल में फंसाना शुरू कर दिया, उसने देखते ही देखते हज़ारों लोगों को अपना भक्त बना लिया था, जिम जॉन्स कम्युनिस्ट विचारधारा का था इस लिए उसकी सोच  अमेरिकी सारकार से बिलकुल अलग थी,  इसी लिए वह अपने सभी भक्तों के साथ शहर से दूर गुयाना के जंगलों में चला गया, लोग उसकी हर बात मानते थे इस लिए किसी ने भी जाने से इंकार नहीं किया और सब उसके पीछे पीछे गुयाना के जंगल में चले गए। 

शहर में अपना सबकुछ छोड़ कर लोग इसके साथ गुयाना के जांगले में एक गांव बसा कर रहने लगे, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उस की असलियत लोगों के  सामने आने लगी,  

वह अपने भक्तों से दिन रात काम करता था, औरत हो या मर्द वह किसी पर रहम नहीं करता था, दिन भर काम करके थक चुके लोग जब रात में सोने की तैयारी करते  तभी वह अपना भाषण शुरू कर देता था, और सभी लोगों को वहां मौजूद रहने के लिए मजबूर करता था, भाषण के दौरान उसके सिपाही हर एक झोंपड़ी की तलाशी लेते थे की कहीं कोई सोया हुआ तो नहीं है, अगर कोई सोते हुए मिल जाता तो उसे कड़ी सजा दी जाती थी, जिम जॉन्स अपने भक्तों को गांव से बाहेर भी नहीं आने देता था, जब औरत मर्द काम करते थे तब उनके बच्चों को Community Hall में रखा जाता था, जिम जॉन्स के के सिपाही दिन रात पहरा देते थे ताकि कोई वहां से भाग न सके। 

जिम जॉन्स के अन्धविश्वास का जाल इतना मजबूत हो गया था की वह अपने भक्तों से जो भी कहता वह बिना कुछ सोचे समझे मान लिया करते थे, उसके एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे, 

इसी दौरान अमेरिकी सारकार  को गुयाना के जांगले में बसे इस गांव में हो रही हर हरकत की खबर पहुंच गयी, 

अमेरिकी सारकार ने जिम जॉन्स पर  कार्रवाई करने का फैसला किया पर जिम जॉन्स का नेटवर्क भी मजबूत था अमेरिकी सारकार द्वारा लिए गए इस फैसले की खबर उसे भी लग गयी जिससे वह होशियार हो गया, और फिर कर दिखाया जिससे पूरी दुनिया सहम गयी थी,


उसने अपने सभी भक्तों को एक साथ जमा होने को कहा, उस का हुक्म होते ही सभी लोग उसके सामने खड़े हो गए, 

सभी लोगों के सामने उसने अपना भाषण शुरू कर दिया, और बड़ी ही आसानी से लोगों के दिमाग में उसने यह बात दाल दी की, अमेरिकी सारकार उन सब को जान से मरने की प्लानिंग कर रही है जिसके लिए एक बड़ी फ़ौज हमारी हत्या के लिए भेजा गया है, 

इससे पहले की सारकार द्वारा भेजी गयी फ़ौज हमें गोलियों से चलनी करदे, हमें यह पवित्र जल पी लेना चाहिए जिससे हमें गोलियों का दर्द नहीं होगा, अगर हमने यह जल नहीं पिया तो फौजी हम पर गोलियों और बमों से हमला कर देंगे, अगर कोई ज़िंदा बच बच गया तो उसके साथ जानवरों से भी बुरा सुलूक किया जायेगा, महिलाओं का बलात्कार करेंगे, बच्चों को तड़पा तड़पा कर मार डालेंगे, हम सब को यह जल पी कर खुद को उनसे बचाना  होगा। 

उसकी यह बेतुकी बातें सुन कर लोग उसके बहकावे में आ गए, और वह जल पीने को तैयार हो गए, लेकिन किसी को यह नहीं मालूम था की जिम जॉन्स ने पहले से ही एक बड़े से टब में सॉफ्ट ड्रिंक के अंदर खतरनाक ज़हर मिला दिया है, लोग अन्धविश्वास में ख़ामोशी से वह ज़हर पीते गए, अगर किसी ने पीने से मन किया तो उसे जबरन पिलाया गय। 

देखते ही देखते 900 से ज़्यादा लोग मौत के मुंह में समां गए, जिनमे करीब 300 बच्चे भी शामिल थे

अन्धविश्वास की रोंगटे खड़ी करने वाली घटना, हर तरफ बिछी थी लाशें, मरने वालों में 300 बच्चे भी थे शामिल

जब फ़ौज वहां पहुंची तो वहां का नज़ारा बहोत ही भयानक था, 

हर तरफ लाशें बिछी हुई थी, वहीँ पर जिम जॉन्स की लाश भी मिली, पर हैरानी की बात यह थी की उसकी मौत ज़हर पीने की वजह से नहीं हुई थी बल्कि उसे गोली मारी गयी थी, 

कहा जाता है की उसने खुद को गोली मरी होगी या उसके कहने पर उसके किसी सिपाही ने उसे गोली मरी होगी। 

जिम जॉन्स की मौत की वजह जो भी रही हो, यह तो एक रहस्या ही बना हुआ है, 

पर लोगों के मौत की वजह साफ़ है, 

उन सभी के अन्धविश्वास ने ही उन सब की जान ली थी, अगर वह इस पाखंडी की बातों में नहीं आते तो उनका यह अंजाम नहीं होता, एक ढोंगी पर भरोसा करके अपना सबकुछ छोड़ कर आने वालो को यह नहीं मालूम था की वह जिसे महँ समझ रहे हैं असल में वो कुछ भी नहीं है सिर्फ एक पाखंडी है। 

आप सभी से मेरी एक गुज़ारिश है, आप किसी भी धर्म के मानने वाले हों आप अपने धर्म में पूरा विश्वास रखो पर ऐसे ढोंगी लोगों से खुद भी बचो और पुरे समाज को बचाने की कोशिश करते रहो, 


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